ठाकुर बिल्वमंगल वाक्य
उच्चारण: [ thaakur bilevmengal ]
उदाहरण वाक्य
- ठाकुर बिल्वमंगल, “लीलाशुक” नामांतर से प्रसिद्ध कृष्णकर्णामृत, कृष्णबालचरित, कृष्णाह्रिक कौमुदी, गोविंदस्तोत्र, बालकृष्ण क्रीड़ा काव्य, बिल्वमंगल स्तोत्र, गोविंद दामोदरस्तव आदि संस्कृत स्तोत्र एवं काव्यग्रंथों के प्रणेता, दाक्षिणात्य ब्राह्मण तथा कृष्णभक्त कवि थे।